55-year-old Damayantiben Mota of Bagh village in Mandvi taluk became a source of inspiration for other women by earning Rs 16 lakh annually!
English... मांडवी तालुक के बाघ गांव की 55 वर्षीय दमयंतीबेन मोता वार्षिक 16 लाख कमाकर अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बनीं! प्रधानमंत्री और राज्य सरकार महिलाओं को सशक्त बनाने और पूरे देश को सशक्त बनाने की दिशा में काम कर रही है। इस सशक्तिकरण का एक उदाहरण हैं कच्छ के मांडवी तालुक के बाघ गांव की दमयंतीबेन मोता। जिन्होंने सरकार के प्रोत्साहन और आर्थिक मदद से पशुपालन व्यवसाय को नई ऊंचाई पर पहुंचाया है। अपनी मेहनत और लगन से उन्होंने प्रतिदिन ₹4500 और प्रति वर्ष ₹16 लाख की आय अर्जित की है और अपने परिवार का पालन-पोषण करने के साथ-साथ सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा बन गई हैं। दमयंती बहन की कहानी: 20 साल पहले दमयंतीबेन मोता के पति की मौत हो गई और उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ा. 4 बच्चे और घर की जिम्मेदारी उनके सिर पर आ गई. ऐसे में उन्होंने हिम्मत न हारते हुए बच्चों का पेट भरने के लिए एक गाय और एक भैंस पाल लीं. जिसके दूध की बिक्री से वे अपनी जीविका चलाते थे, 2005 में उन्होंने 3 गायें और एक भैंस और जोड़ लीं। वह अपना दूध बेचने के लिए बाजार में ठेलों पर दूध देता था लेकिन उसे पर्याप्